swar ki kavita
अब जाग उठे हैं हम कुछ कर के दिखायेंगे ,
आओ साथियों हम जीवन बदल देंगे !
आँशु न बहा साथी मोती न लुटा साथी
अन्याय के खातिर हम अब साथ न छोड़ेंगे !
अब जाग उठे हैं हम कुछ कर के दिखायेंगे ,
आओ साथियों हम जीवन बदल देंगे !
अब होंश में आये हैं , अब जोश जोश में आएंगे ,
अन्याय के खातिर हम अब साथ न छोड़ेंगे ! -2
अब साथ न छोड़ेंगे ,अब साथ न छोड़ेंगे !
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