मंगलवार, 30 अप्रैल 2013

पाब्लो नेरुदा


पाब्लो नेरुदा 
अनुवाद: खुर्शीद अनवर 
सिर्फ यह है कि मुहब्बत है मुझे वर्ना मैं 
तेरा आशिक नहीं पर तुझसे मुहब्बत की है 
मैं सफ़र करता हूँ उल्फत का, फिर उल्फत के बिना 
इन्तेज़ार रहता है फिर उस टूटता है उसका सिरा 
दिल मेरा सर्द से आतिशज़दा हो जाता है 
तुझसे उल्फत है कि बस तेरा ही तो आशिक़ हूँ 
कभी नफ़रत की तरफ मुड़ता हूँ खुद तेरे लिए 
तेज़ नफ़रत जो मुझे ऐसे झुका देती है 
किस कदर इश्क है तुझसे यह बता देती है 
कहीं ऐसा तो नहीं तुझको बिना देखे और दीदार किये 
तुझमे मैं खोया हूँ नाबीना मोहब्बत को लिए 
है यह मुमकिन कि फ़ना कर दे जो मौसम आये 
जनवरी ज़ुल्म की किरणों से ही झुलसा जाये 
दास्ताँ का जो यह हिस्सा है महज़ मैं हूँ यहाँ 
जिसको मिट जाना है इस इश्क में इस बार ऐ जाँ
क्योंकि आशिक हूँ तेरा सिर्फ मुब्बत है तेरी 
आग हैं इश्क में और खून की गर्मी है मेरी

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