बुधवार, 10 अप्रैल 2013

आज की सुबह कुछ ऐसे भाव आये..........


 
**संध्या सिंह 
काबिलियत ,कोशिश ,कामयाबी ,
उम्मीद ,ऊर्जा ,उत्सव ,
वक्त .....
भेजता है सभी कुछ रोज ,
भर कर ...,
भोर की झोली में 
तुम्हारी चौखट पर |
चाहो सब कुछ ले लो
सांझ ढलने तक ,
वरना...
उसे देना होगा 
रात आते ही ,
अपने जीवन का
एक पूरा दिन ...,
मुफ्त में ही |

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