रविवार, 7 अप्रैल 2013

सुबह से ही पति महाशय


अरुणा शर्मा

सुबह से ही पति महाशय
लगते हैं कहने
आज देर तक सोऊंगा
क्यूंकि आज है संडे,
मुझे तो जल्दी उठना
ही पडॆगा , सुबह का
नाश्ता, कामवाली के
साथ किट्किट ,
कपडे धोना आदि
जाने कितने काम 
होते है,बच्चों कि
पसंद का नाश्ता,
मम्मी आज कुछ
अच्छा सा बनाना
क्यूंकि आज संडे है,
पति के दोस्त
आने वाले हैं
लंच पर, लंच की
तैयारी में सुबह से
ही जुट जाना,
शाम को बच्चों का
होमवर्क करवाना,
डिनर बनाना,
और रात को बस 
यही सोचते रह जाना
कि मेरा संडे कब आयेगा..........

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