कुछ मेरे भी ख्यालों में आता है
मद्धम-मद्धम....धीरे-धीरे
इक टिप्पणी-सी करवाता है
मद्धम-मद्धम....धीरे-धीरे
बहुत प्यारा-सा लिखा आपने
मद्धम-मद्धम....धीरे-धीरे
पानी किनारों पर चलता है
मद्धम-मद्धम....धीरे-धीरे
भीतर कुछ गुन-गुन करता है
मद्धम-मद्धम....धीरे-धीरे
मुझको मुझसे मिलवाता है
मद्धम-मद्धम....धीरे-धीरे
चलती नदिया-बहता पानी
मद्धम-मद्धम....धीरे-धीरे
संग बहती है इसके रवानी
मद्धम-मद्धम....धीरे-धीरे
समय भी चलता जाता है
मद्धम-मद्धम....धीरे-धीरे
ना जाने क्या-क्या करवाता है
मद्धम-मद्धम....धीरे-धीरे
किसी दिन हम भी चले जायेंगे
मद्धम-मद्धम....धीरे-धीरे
और बीता हुआ कल कहलायेंगे
मद्धम-मद्धम....धीरे-धीरे
अपने आज को सुन्दर कर लें
मद्धम-मद्धम....धीरे-धीरे
हम तो सबसे प्यार कर लें
मद्धम-मद्धम....धीरे-धीरे
धरती फिर से स्वर्ग बन जायेगी
मद्धम-मद्धम....धीरे-धीरे
अपने बच्चों पर इठलाएगी
मद्धम-मद्धम....धीरे-धीरे
सबको सबमें जी लेने दो
मद्धम-मद्धम....धीरे-धीरे
सबमें तुम सब ही बस जाओ
मद्धम-मद्धम....धीरे-धीरे
संग-संग सबके खिलखिलाओ
मद्धम-मद्धम....धीरे-धीरे
और तब चुपचाप चले जाओ
मद्धम-मद्धम....धीरे-धीरे !!
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