सोमवार, 25 मार्च 2013

कुछ मेरे भी ख्यालों में आता है



कुछ मेरे भी ख्यालों में आता है 

मद्धम-मद्धम....धीरे-धीरे 

इक टिप्पणी-सी करवाता है 

मद्धम-मद्धम....धीरे-धीरे 

बहुत प्यारा-सा लिखा आपने 

मद्धम-मद्धम....धीरे-धीरे 

पानी किनारों पर चलता है 

मद्धम-मद्धम....धीरे-धीरे 

भीतर कुछ गुन-गुन करता है 

मद्धम-मद्धम....धीरे-धीरे 

मुझको मुझसे मिलवाता है 

मद्धम-मद्धम....धीरे-धीरे 

चलती नदिया-बहता पानी 

मद्धम-मद्धम....धीरे-धीरे 

संग बहती है इसके रवानी 

मद्धम-मद्धम....धीरे-धीरे 

समय भी चलता जाता है 

मद्धम-मद्धम....धीरे-धीरे 

ना जाने क्या-क्या करवाता है 

मद्धम-मद्धम....धीरे-धीरे 

किसी दिन हम भी चले जायेंगे 

मद्धम-मद्धम....धीरे-धीरे 

और बीता हुआ कल कहलायेंगे 

मद्धम-मद्धम....धीरे-धीरे 

अपने आज को सुन्दर कर लें 

मद्धम-मद्धम....धीरे-धीरे 

हम तो सबसे प्यार कर लें 

मद्धम-मद्धम....धीरे-धीरे 

धरती फिर से स्वर्ग बन जायेगी 

मद्धम-मद्धम....धीरे-धीरे 

अपने बच्चों पर इठलाएगी

मद्धम-मद्धम....धीरे-धीरे 

सबको सबमें जी लेने दो 

मद्धम-मद्धम....धीरे-धीरे 

सबमें तुम सब ही बस जाओ 

मद्धम-मद्धम....धीरे-धीरे 

संग-संग सबके खिलखिलाओ 

मद्धम-मद्धम....धीरे-धीरे 

और तब चुपचाप चले जाओ 

मद्धम-मद्धम....धीरे-धीरे !!

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