रविवार, 13 जुलाई 2014

तू न मेरे बस का ( Naushad Alam)


तू न मेरे बस का

न मैं तेरे बस का
तू न मेरे बस में
न मैं तेरे बस में

तेरी राह में न मेरी राह
न मेरी राह में तेरी राह
तुझसे न मेरा निबाह
न मुझसे तेरा निर्वाह

दिल देता है सलाह
न करें एकदूजे की परवाह
जिन्दगी हो जाएगी स्याह
वजूद हो जाएगा तबाह

तुमको मुबारक तेरी दुनिया
मुझको मुबारक मेरी गलियाँ
न तुम करो मुझ पर मेहरबानियाँ
न मैं करूं तुझ पर निगाहबानियाँ

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