ब्रजेश
तेरे दिल तक मेरे दिल की बात पहुँचे,
कुछ जबाबात पहुचे, कुछ सवालात पहुँचे.
तेरे हिज्र में बहुत रूलाती हैं रातें ,
मेरे आँसुओं से भींगी बरसात पहुँचे.
नाम तेरा जबां पर,नज़र में तस्वीर तेरी,
मेरा अक्स तुम तक पहुँचे,मेरे हालात पहुँचे.
तेरे बगैर जीने का, रहा ना कोई मतलब,
मेरी बेबसी पहुँचे, मेरे ख्यालात पहुँचे.
चलो आसमान के पार भी है, जहाँ कोई,
हम पहुँचे,तुम पहुँचो,तारों की बारात पहुँचे.
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