सोमवार, 7 जुलाई 2014

चांदनी रात के बाद


रौशनी आर्य 

हां रूपसी नहीं तुम
चलने का ढग
बोलने का ढग
ठीक नहीं है 
तेरे
भा’ाा तो बेकार लगती है 
तेरे पहनने के कपड़े 
तुम्हे “ाोभा नहीं देता
आओं मैं सजा दू।
चलना सीखा दंू
बोलना सीखा दूं।
लिखना सीखा दूं।
मन में जब भी कोई 
बाते आए लिख कर 
कर दिया करना मेल 
मैं अच्छा से बना,
 दुनिया 
के तट पर 
खड़ा कर दूंगा तुझे
मैं तुम्हे बनाउगा। 
बस मेरी बाते मानती रहना।
किसी से बाते न करना 
तेरे लिए मैं हूं। 
और मेरे लिए तू है।
चांदनी रात के बाद
मैं अपने सनम खाना 
और तू अपने घर में रहना
अकेली नहीं हो तूम
फोन में दिन भर 
बाते तो करता रहता हूं
तू अकेली कहां हैं
तेरे साथ मैं हूं।
कैसे करू 
जब याद तेरी आएगी 
आ जाउगा तेरे पास 
एक रात के लिए 
महिने भर के लिए हो 
जाएगी छुटी 
नौकरी करता हूं मैं
काम भी देखना है
जरूरत पड़े तो 
तेरे “ाहर में नौकरी कर लूगा मै
मेरे पास तेरे लिए अनेको सपने है
मैं तूम्हे देना चाहता हूं।
बस तू किसी से बाते न करना 
जैसा मैं कहता तू वैसा ही करना
हम चलेगे साथ दूर कहीं 
जहां अपने कोई न हो 
तेरे को धुमा लाएगे
पर यात्रा टिकट तू कटाना
मेरा “ाहर छोटा है 
लोग जान जाएगे
हमें तो साथ चलना है 
दुनिया से ढीढोरा क्या पीटना है
मैं तेरे साथ हूं।
दिन भर तेरे फोन पर रहता हू।
चांदनी रात में  
मैं अपने सनम खाना 
और तू अपने घर पर रहना।
तेरे से कुछ नहीं मांगता मैं 
बस तू प्यार से जो दे दे।
वहीं बस मेरा है
मैं कमाता कम हूं
खर्च अधिक है 
मेहनत रोज करता हूं
पर तेरे लिए नहीं
तू तो सक्क्षम है
तू दूनिया घूमती है
तेरे पास अपने सब कुछ है
इस गरीब से उम्मीद मत करना
तुम्हे दुनिया का सुख दिया हूं
और तूम्हे क्या चाहिए?
मेरे पास देने के कुछ नहीं है
पर घर के लिए लेना है 
रिलांइस और बिग बाजार से कई समान
मुझे अपने घर के लिए 
बनाने है फर्नीचर के महंगे सामान
अपने सनम का घर बनाउगा 
तू देखते रह जाएगी
उस घर में एक बार तूझे लेकर जाउगा
एक घंटा के लिए
सुबह की बस से आना 
दो बजे की बस से वापस चली 
जाना
मेरी इच्छा है 
मैं अपने सनम के लिए  
बनाये घर एक बार 
तूझे दिखाउ 
जिसमें तूने कुछ पैसे 
जूगाड़ कर मदद की थी!
बस  
अब मैं स्वतंत्र हूं
तेरा क्या तेरे लिए साल में 
एक कार्यक्रम करवा दूंगा
तू कुछ पैसे दे देना।
मै सब ठीक कर रहा हूं।
अपने जीवन को स्मूथ करने के लिए
और कुछ वक्त लग जाएगा
तेरे रिश्ते के बारे में 
जान गये है घर पर
मैं तूम्हे अपने घर नहीं ले जाना चाहता
लोग क्या कहेंगे।

तेरे घर में आना मुझे 
अच्छा लगता है 
वहां के हवा में 
खूशबू है 
खाना में स्वाद है
लोगो में अपनापन है
बच्चे मेहनती है
तेरे घर में तुझे 
मानते सब है। 

तू तो मेहनती हो
अपने बल पर जीती औरत हो
तूम्हे क्या कमी है
तू बना लेगी अपना 
आशियाना 
लाख लाख टका देता जमाना
जरूरत होगी नौकरी के बाद 
मैं रहूंगा 
तेरे साथ
पर चांदनी रात में 
मैं अपने सनम खाना और
तू अपने घर रहना
फोन पर तो दिन भर तूम्हारे साथ हू।
मैं अपने घर में समय नहीं दे पाता
भागा रहता हूं घर से 
अपने आफिॅस के काम से
और दिन भर तूझे बाते करता
घर पर नहीं कर सकता तूझसे बातें 
मैं तोडना नहीं चाहता 
किसी रिश्ते 
ज्याद प्रेम करता हूं तूझको
तू बिमार पडेगी तो  
मैं नहीं आ पाउगा 
सहानूभूति भी नहीं जता पाउगा
और मैं भी बीमार पडूं तो 
मत आना देखने 
तू आएगी, जमाना जान जाएगा।
“ाहर में चर्चा बदनामी का छा जाएगा।
तू समझदार है
मेरी कहना मान लेना 
तू मुझे प्रेम करती हैं
मुझे अपमान से बचा लेना 
तू मत करना केस हम पर 
क्या करू? 
मेरी स्थिति ही ऐसी है
तुझे जो समझ में आए कर लेना
तू करती है प्यार मुझसे 
नहीं होने देगी मेरी बंदनामी 
मैं अपने परिवार को 
तेरे लिए नहीं छोड़ सकता
पर मैं करता हूं प्यार तूमसे
इसलिए हक से कहता हूं तूझे

तू ईमेल पर मत बैठना 
कुवारें लड़कों के पास मत जाना
फेसबुक के लफूवा से बाते मत करना
मुझे अच्छा नहीं लगता है।
तेरा बेवजह घूमना 
मुझे। 
मैं बेचैन हो जाता हूं
तेरे साथ किसी और को पाता हूं
मैं दूखी होता हूं
लगता है तू चली जाएगी
सोने की अंडा देने वाली
दूर कही जाएगी
तूझे खोना पंसद नहीं मुझको
तेरे लिए जीता हूं
हर पल 
क्या करू ? 
सजा जो देना है 
दे दो मुझे 
पर मुझे तील-तील कर मत मारना 
इस्लाम में बराबर का दर्जा है
औरतों के लिए 
हिन्दू में औरतो के लिए नही 
ऐसी व्यवस्था 
मैं 
गुलाब गुच्छे के फूल वाली 
साडी अपनी सनम को पहनाउ
इच्छा है मेरी
तू ले लेना 
कम किमत वाली साड़ी 
सकक्ष्म है तू 
अपने से खरीद सकती

मैं बी ए भी पास नहीं कर पाया हू।
अपनी सनम को विवाह के बाद
मैटिक कराया
नौकरी लगाया
तू तो एम ए है 
कर ले तू पीएचडी 
पर मुझे एमए करा दे
नहीं मुझे एम ए करने दे 
साथ पीएचडी कर लेगे
तू मेरे पढ़ने का खर्च उठा लेना।

हमने कई वादे किये है तूम्हारे साथ 
क्या करू?
निभा नहीं पाता हूं
काम के बोझ से 
अपने को टूटा पाता हूं
जब बात करता हूं तूझे 
तरोताजा हो जाता हूं।
बस अब घर के गेट पर 
खड़ा हूं 
तेरे इज्जात लेकर 
अंदर  जाउगा
“ारीर में काफी दर्द है 
जाकर सो जाउगा।
सुबह देर तक सोउगा
मत करना फोन मुझे 
मैं उठ कर सबसे पहले 
फोन तूझे लगाउगा।

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