संग- संग चल
संघर्ष तय हैं। देख नया रास्ता बीती बात सुन।
संग- संग चल
संघर्ष तय है
उतर चुका योजना
बना ले एक रास्ता।
संग-संग चल
संघर्ष तय है। जीवन के रास्ते
बना ले तू सहज
संग- संग चल संघर्ष ंतय है।
आज नही कल, जीत तय है,। जड़ता की जड़
उखड़ देंगे हम।
संग- संग चल
संघर्ष तय हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें