एतवा मुण्डा गरूडपिडी
हमारा गांव - हमारा राज्य अति सुन्दर
स्वर्ण से भी दुगुणा,
ळमसब नहीं छोड़ेगे,
ज्ीवन के अंतिम संासां तक लडेंगे, पर
ळमलोग नहीं छोंडेे+गे।
ळमारे यहां सोना चांदी
लोहा, कोयला खनिलों का भण्डार है,
ळमलोग नहीं छोड़ेंगे।
काम@ काज मेहनत से करेंगे
हम सब नहीं छोडे+ंगे।
नदी के तराईयों मं सुन्दर खेत
सोना रूपा की भांति नृत्य आखाड़ा
हमलोग नहीं छोड़ेगे,
जंगल पहाड़ों से सभायमान है
हम नहीं छोडें+गे।
जबतक चांद सूरज रहेगा,
हमारी लड़ाई चलता रहेगा,
हमलोग नहीं छोड़ेगे।
जीविन के अंतिम सांसो तक लड़ेगे।
हम लोग नहीं छोड़ेगे।
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